मेरा देश हे सबसे प्यारा ,
प्यार हे इसकी सबसे न्यारा ।
पैर मैं हे इसकी पानी की गुंजन ,
सर मैं हे इसकी सफ़ेद चिंतन ।
बदन भरी हे इसकी हरियाली से ,
महकाए ये जग को प्यार की रंग से ।
मन्दिर बोलती हे यहाँ हरी की कथा ,
मस्जिद सुनाता हे यहाँ अल्लाह की गाथा ।
भारत माँ ने दी हे इसकी गोदी हर किसीको ,
जाट पट न बाँट सके प्यार इसका ।
एषा पुण्य भूमि हे मेरा ,
सारा जग से निराला हे ये देश मेरा .