Monday, February 2, 2009



मेरा देश हे सबसे प्यारा ,


प्यार हे इसकी सबसे न्यारा ।


पैर मैं हे इसकी पानी की गुंजन ,


सर मैं हे इसकी सफ़ेद चिंतन ।


बदन भरी हे इसकी हरियाली से ,


महकाए ये जग को प्यार की रंग से ।


मन्दिर बोलती हे यहाँ हरी की कथा ,


मस्जिद सुनाता हे यहाँ अल्लाह की गाथा ।


भारत माँ ने दी हे इसकी गोदी हर किसीको ,


जाट पट न बाँट सके प्यार इसका ।


एषा पुण्य भूमि हे मेरा ,


सारा जग से निराला हे ये देश मेरा .